tag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post5524906272653748616..comments2024-02-27T20:03:54.732-08:00Comments on खेल ज़िंदगी है.....: अनिल कुंबले की विदाई के साथ 22 गज की स्टेज पर छूटा एक खालीपनN.P. Singhhttp://www.blogger.com/profile/09717760577972667115noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post-31707663828080320192008-11-03T05:59:00.000-08:002008-11-03T05:59:00.000-08:00नरेंद्र भाई । कुंबले की विदाई एक जेन्टलमैन की विद...नरेंद्र भाई । <BR/>कुंबले की विदाई एक जेन्टलमैन की विदाई है । <BR/>कुंबले थोड़े दिन और खेलते । दो चार रिकॉर्ड बन जाते । ऐसा फैसला केवल कुंबले ही कर सकते थे । <BR/>आपका ब्लॉग लगातार पढ़ता हूं । टिप्पणी नही आए तो ये ना समझिये कि हम पढ़ नहीं रहे हैं ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post-60999937692519951342008-11-02T19:35:00.000-08:002008-11-02T19:35:00.000-08:00sanjay srivastavaवाकई कुंबले बेमिसाल हैं. १८ सालों...sanjay srivastava<BR/>वाकई कुंबले बेमिसाल हैं. १८ सालों की उनकी क्रिकेट यात्रा के सचमुच कुछ मायने हैं. जब कुंबले ने अपना कैरियर शुरू किया था तो लोगों के जेहन मे महान भारतीय स्पिन तिकडी मजबूती से जमी हुई थी, अनिल उनसे एकदम अलग किस्म के स्पिनर थे, जो स्पिन विधा का एक नया आयाम ही खोल रहे थे. जिसमे ढेरों नवीनताएँ और प्रयोग्वादिता थी. शुरू में एक स्पिनर के तौर पर उन्हें आसानी से स्वीकार भी कहाँ किया गया. तमाम पुराने क्रिकेट दिग्गज उन्हें स्पिनर की बजाय फ्लैट bowler कहते रहे. खैर इन सबसे कुंबले पर कोई असर पडा नहीं, वो अपनी सफलता की कहानी ख़ुद लिखते रहे. और उदाहरण बनने लगा उनका कमिटमेन्ट और tallent. टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट का शिखर. तमाम जीतों के नायक. इसमे कोई शक नहीं की कुंबले का पूरा सफर आलोचनाओं के बीच एक संन्यासी की तरह तपस्या में जुटे रहने की कहानी भी है। ऐसे नायक को सलाम. साथ ही एक और शानदार article के लिए बधाई भी.<BR/>sanjay srivastavaSANJAY SRIVASTAVAhttps://www.blogger.com/profile/03782430717312708277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post-17054636550219936112008-11-02T19:33:00.000-08:002008-11-02T19:33:00.000-08:00बहुत बढ़िया पोस्ट.. काफी मेहनत से लिखी लगती है..बध...बहुत बढ़िया पोस्ट.. काफी मेहनत से लिखी लगती है..<BR/>बधाई..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post-56767169988439905532008-11-02T17:42:00.000-08:002008-11-02T17:42:00.000-08:00अच्छा निर्णय लिया अनिल जी ने..सम्मानजनक!! कुछ और ल...अच्छा निर्णय लिया अनिल जी ने..सम्मानजनक!! कुछ और लोगों को उनसे सीख लेना चाहिये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post-40696881735247186892008-11-02T10:59:00.000-08:002008-11-02T10:59:00.000-08:00आपको ब्लॉग पर देखकर अच्छा लगा। मैं भी सहारा में ही...आपको ब्लॉग पर देखकर अच्छा लगा। मैं भी सहारा में ही हूं। लेख तो अच्छा था ही। गांगुली के बाद कुंबले के संन्यास की ख़बर चौंकानेवाली थी। पिच से तो कुंबले बाहर आ गए पर उम्मीद है खेल में तो बने रहेंगे।वर्षाhttps://www.blogger.com/profile/01287301277886608962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4942508908242162849.post-79529357818477168452008-11-02T08:45:00.000-08:002008-11-02T08:45:00.000-08:00इस बढ़िया लेख के लिए बधाई और धन्यवाद।कुंबळे का जितन...इस बढ़िया लेख के लिए बधाई और धन्यवाद।<BR/>कुंबळे का जितना भी सम्मान किया जाए, कम है।<BR/>पक्का और सच्चा "gentleman cricketer" इन्हें कह सकते हैं।<BR/>आशा है कि Selector/ commentator/coach बनकर खेल से जुडे रहेंगे।G Vishwanathhttps://www.blogger.com/profile/13678760877531272232noreply@blogger.com